Yeh dil ke rishte bhi ajeeb hote hai, Sabke apne-apne naseeb hote hai, Rahte hai jo nigahoo se dur, Wo hi yadoo ke sabse kareeb hote hai.
यह दिल के रिश्ते भी अजीब होते है, सबके अपने अपने नसीब होते हैँ, रहते हैँ जो निगाहोँ से दूर, वो ही यादोँ के सबसे करीब होते हैँ।
14 comments:
सुंदर
बहुत सुन्दर और भावपूर्ण
बहुत सुंदर लिखा है आपने । चंद लाइनों में बहुत सारे भावो को पीरोया है |
Madhulika Patel ji,
हौसला बढ़ाने के लिए बहुत धन्यवाद।
सुन्दर व सार्थक प्रस्तुति..
शुभकामनाएँ।
भाव संसिक्त प्रस्तुति
बहुत सुंदर
GOOD JOB BUDDY
सुन्दर व सार्थक प्रस्तुति..
शुभकामनाएँ।
सुन्दर व सार्थक रचना ..
मेरे ब्लॉग की नई पोस्ट पर आपका स्वागत है...
सुन्दर शब्द रचना...
http://savanxxx.blogspot.in
बहुत ही शानदार रचना।
सुन्दर व सार्थक रचना प्रस्तुतिकरण के लिए आभार..
मेरे ब्लॉग की नई पोस्ट पर आपका इंतजार....
सुंदर और सार्थक
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