Ungli pakadkar chalna sikhaya jisne
Padha-Likha kar kabil banaya jisne
Musibato se samna karna sikhaya jisne
Zindgi ko 'Zindgi' banaya Jisne....
"OUR FATHER"
उंगली पकड़कर चलना सिखाया जिसने
पढ़ा-लिखा कर काबिल बनाया जिसने
मुसीबतों से सामना करना सिखाया जिसने
जिंदगी को 'जिंदगी' बनाया जिसने
'पितृ दिवस की शुभकामनायें'!
Padha-Likha kar kabil banaya jisne
Musibato se samna karna sikhaya jisne
Zindgi ko 'Zindgi' banaya Jisne....
"OUR FATHER"
उंगली पकड़कर चलना सिखाया जिसने
पढ़ा-लिखा कर काबिल बनाया जिसने
मुसीबतों से सामना करना सिखाया जिसने
जिंदगी को 'जिंदगी' बनाया जिसने
'पितृ दिवस की शुभकामनायें'!
14 comments:
बहुत बढियाँ..
पितृ दिवस की शुभ कामनाएं..।
सभी समथॆको व टिप्पणीकारों को पितृ दिवस की शुभकामनायें!
'पितृ दिवस की शुभकामनायें'
माता और पिता ईश्वर का प्रतिरूप होते है.....
सुन्दर रचना
पितृ दिवस की शुभ कामनाएं..!
bahut sundar rachna... shaandaar
बहुत सुंदर लिखा है आपने । वाह!!
बढियाँ.
बहुत बढ़िया लिखा है.....
लिखते रहे ..
पिता को याद करते हुए ऐसे भाव दिल को भिगो जाते हैं ... बहुत ही संवेदनशील पन्तियाँ ...
बहुत सुन्दर और भावपूर्ण...
behtreen line
publish online book
संवेदनशील सुंदर लिखा है आपने
Thanks,
Sanjay ji
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